सहायक निबंधक सहकारी समिति
पं. दीन दयाल सहकारी किसान कल्याण ऋण योजना – वर्तमान में प. दीन सहकारिता विभाग में दयाल सहकारी किसान कल्याण ऋण योजना संचालित है। इस योजना के तहत रुपये तक का अल्पकालिक फसल ऋण दिया जाता है। छोटे, सीमांत किसानों और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को 01 लाख रुपये तक। गैर-कृषि कार्यों के लिए 03 लाख रुपये तक। रुपये का ब्याज मुक्त ऋण. वित्तीय वर्ष 2022-23 में 6240 कृषकों को रू0 3211.55 लाख का अल्पकालीन ऋण तथा 897 कृषकों को रू0 703.12 लाख का मध्यमकालीन ऋण एवं 05 महिला समूहों को रू0 17.50 लाख का ऋण वितरित कर लाभान्वित किया गया।
उर्वरक विवरण– यूरिया, एनपीके, डीएपी जैसे उर्वरक । जिले की 15 समितियों द्वारा किसानों को रियायती दर पर सागरिका आदि उपलब्ध करायी जा रही है। 2022-23 में 530.970 मीट्रिक टन यूरिया, 50 मीट्रिक टन एनपीके तथा 151.007 मीट्रिक टन डीएपी वितरित किया गया है।
जानना
बाजरा मिशन योजना– वित्तीय वर्ष 2022-23 में बाजरा मिशन के अन्तर्गत कुल 229 कृषकों से 346.67 कुन्तल मडुवा 3578 रूपये प्रति कुन्तल की दर से क्रय किया गया।
मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना – पहाड़ी क्षेत्रों में हरे चारे की कमी को दूर करने और पहाड़ी महिलाओं के बोझ को कम करने के उद्देश्य से सरकार ने 31 अक्टूबर 2021 को इस योजना की शुरुआत की। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 2159 सदस्यों को 3120.00 क्विंटल पैक्ड साइलेज उपलब्ध कराया गया है।
राज्य एकीकृत सहकारी विकास परियोजना– सहकारी समितियों, कृषकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से उक्त परियोजना के अन्तर्गत विकासखण्ड कपकोट की तीन समितियों ( लोहारखेत , लाठी , नौकोड़ी ) में संयुक्त सहकारी खेती की जा रही है। जिसका विवरण इस प्रकार है-
फसल का नाम क्रमांक | पंचायत की संख्या | बीज की आवंटित मात्रा (क्विंटल) | किसानों की संख्या | भूमि का उपयोग किया गया
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अदरक | 09 | 125.00 | 289 | 320 नाली |
हल्दी | 08 | 75.00 | 206 | 270 नाली |
लहसुन | 2 | 2.00 | 81 | – |
आलू | 2 | 80.00 | 81 | – |
पैक्स कम्प्यूटरीकरण– जिले के सभी 18 सहकारी समितियों के कार्यों में गति एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु समितियों को कम्प्यूटरीकृत करने का कार्य प्रगति पर है।
माधो सिंह भण्डारी सामूहिक खेती योजना– वित्तीय वर्ष 2023-24 में जनपद में सामूहिक खेती का कार्य प्रस्तावित है, जिसमें विकास खण्ड कपकोट के ग्राम दुलम ( लोहारखेत समिति) ,
विकासखण्ड बागेश्वर एवं नौटा के ग्राम ओखलिसरोड ( छानीखाखर ) में भूमि का चयन कर लिया गया है गरुड़ विकासखंड गरुड़ में कटारमल गांव ( गरुड़ समिति) ।