प्रसिद्ध व्यंजन
बाल मिठाई
बाल मिठाई खोए से तैयार बहुत लोकप्रिय मीठा व्यंजन है जिसे चीनी की छोटी गोली से सजाया जाता है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| खोया | एक किलोग्राम |
| चीनी | 400 ग्राम |
| चीनी की गोलियाँ | 100 ग्राम |
तयारी की विधि
खोये को धीमी और स्थिर आग पर पकाया जाता है जबतक उसका रंग चॉकलेट रंग का न हों जाये। चीनी को स्वादनुसार डाला जाता है। फिर उसे एक ट्रे में डालकर उसे ठंडा किया जाता है। फिर उसे आयताकार टुकड़ों में काट लें और चीनी की गेंदों से सजा ले। अब यह तैयार है।
सिंगौरी
यह खोया और नारियल से तैयार की जाती है जिसे मालू के पत्ते में लपेटकर खिलाया जाता है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| खोया | एक किलोग्राम तीन सौ ग्राम |
| चीनी व घिसा नारियल | 200 gram |
| हरी इलायची | एक ग्राम |
तयारी की विधि
बिना रंग में परिवर्तन आये खोये को माध्यम आंच पर पकाया जाता है| फिर चीनी, घिसा नारियल व पीसी इलाइची अच्छी तरीके से खोये में मिलायी जाती है| फिर उसे मालू के पत्ते में लपेटकर खाने के लिए तयार किया जाता है|
मडूए की रोटी
मडूए के अनाज से स्वादिष्ट व स्वास्थ्यवर्धक रोटी बनाने की विधि
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| मडूए का आटा |
600 ग्राम |
| गेहू का आटा | 200 ग्राम |
| पानी | जरुरत अनुसार |
विधि
मंडुआ और गेहूं के आटे को मिलाए। पानी को मिलाकर कठोर आटा तैयार करें। छोटी-छोटी आकार की गेंदों में विभाजित करें और चपाती के आकार में रोल करें। दोनों तरफ से धीमी गति से आग पर पकायें। सुनिश्चित करें कि चपाती को अच्छी तरह से पकाया गया है। और इसका स्वाद लें।
शिशुण का साग
यह एक हरी पत्तेदार सब्जी है जिसे किसी अन्य हरी सब्जियों की तरह तैयार किया जाता है। पत्तियां स्थानीय रूप से ‘बिछु घास’ के नाम से जानी जाती हैं, जो एक प्रसिद्ध औषधीय भी है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| शिशुण | दो किलोग्राम |
| जखिया | पचास ग्राम |
| फेट | तीस मिलीलीटर |
| नमक | आवश्यता अनुसार |
विधि
शिशुण के मुलायम और छोटे पत्ते चुनें। उन्हें पानी में उबाल लें और पकाएं, जब तक पत्ते अम्लीय सामग्री से मुक्त नहीं हो जाते और छिलके बन जाते हैं। अतिरिक्त पानी निकाल दें और मोटी तली की कड़ाही में तेल को गरम करे। उबले हुये शिशुण के के पत्तों को तलें और भूनें। नमक डालें और गर्म – गर्म परोसें।
लेसु
मंडुआ और गेहूं के आटे द्वारा बनाई गई ब्रेड। इसको घी के साथ खाया जाता है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| मंडुआ का आटा | तीन सौ ग्राम |
| गेहूं का आटा | पांच सौ ग्राम |
| अजवायन | एक ग्राम |
| नमक | 1/4 चाय चम्मच |
विधि
सबसे पहले, गेहूं और मंडुए के आटे को मिलाए और उसमें अजवायन और नमक डालें। इसे अच्छी तरह गूंथ लें और फिर चपाती बनाके रोल बनाये। और इसका स्वाद लें।
रस
एक विशष्ट प्रकार का कुमाउनी व्यंजन जो मिश्रित दाल से बनाया जाता है जिसे चावल के पेस्ट से मोटा किया जाता है और चावल के साथ परोसा जाता है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| भट्ट (दाल) | पचास ग्राम |
| गहत (दाल) | पचास ग्राम |
| राजमा (दाल) | पचास ग्राम |
| साबुत चना (दाल) | पचास ग्राम |
| साबुत उर्द (दाल) | पचास ग्राम |
| चावल | तीस ग्राम |
| अदरक | तीस ग्राम |
| लहसुन | पांच गुच्छे |
| जीरा | एक चम्मच |
| लौंग | पांच |
| काली मिर्च | एक और आधा चम्मच |
| गरम मसाला | आधा चम्मच |
| हरा धनियाँ | आधा गुच्छा |
विधि
रात को चावलों को पानी में भीगा दे और सुबह ठीक तरह से पीस लें। दालों का मिश्रण करके उसे उबाल लें। अदरक, लहसुन, जीरा, लौंग और काली मिर्च को अच्छी तरह से पीसे। एक कड़ाई में तेल गरम करें और दाल के मिश्रण को डाले। कुछ समय के लिए भूनें। दाल के मिश्रण को पिसे हुए चावलों में मिलाकर दस पंद्रह मिनट के लिए पकाये। गर्म मसाला कटा हुआ हरा धनियाँ और अदरक डाले। और चावलों के साथ खाए।
कापा
बारीक कटा हुआ और उबला हुआ पालक को मसाले और दही के साथ पकाया जाता है तथा चावल के पेस्ट के साथ गाढ़ा किया जाता है
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| पालक | एक किलोग्राम |
| दही | तीन सौ ग्राम |
| मिर्च पाउडर | पचास ग्राम |
| हल्दी पाउडर | बीस ग्राम |
| गरम मसाला | पचास ग्राम |
| जीरा | बीस ग्राम |
| हींग | एक चुटकी |
| फेट | पचास mililitr |
| नमक | स्वादनुसार |
| चावल का पेस्ट | बीस ग्राम |
विधि
पालक को काट लें, धोएं और उबाल लें। गरम घी में जीरा और हींग डाले भुनने के बाद मिर्च पाउडर और हल्दी पाउडर डाले अच्छी तरह मसाला भूनें| उबला हुए पालक डाले और कुछ समय तक उबाले। चावल के पेस्ट और दही के साथ और जरूरी मात्रा में पानी डाले। और अच्छी तरह उबालें नमक और गर्म मसाले डाले और भात (पका हुआ चावल) के साथ खाये।
गहत की दाल
गहत की दाल हल्की आग पर हींग, गंधारिन और जीरे साथ बनाई जाती है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| गहत (दाल) | तीन सौ ग्राम |
| हल्दी | एक चम्मच |
| चावल | पचास ग्राम |
| धनिया पाउडर | एक चम्मच |
| लाल मिर्च पाउडर | एक चम्मच |
| फेट | पचास ग्राम |
| अदरक | बीस ग्राम |
| हिंग | बीस ग्राम |
| लहसुन | चार गुच्छे |
| जीरा | आधा चम्मच |
| गंधारिन | छोटा टुकड़ा |
विधि
सबसे पहले गहत की दाल हो उबाल ले। फिर छोटी कड़ाई में घी डाल कर गरम करें और जीरा और हींग डाले। अदरक, लहसुन, हल्दी, धनिया, मिर्च पाउडर और नमक डाले और उबाले। भात (पका हुआ चावल) के साथ खाये।
सिंगल
यह एक स्थानीय मिठाई है जो त्योहारों के दौरान खाई जाती है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| सूजी | तीन सौ ग्राम |
| दही | एक सौ पचास ग्राम |
| घी | पचास ग्राम |
| फेट | दो सौ मिलीलीटर |
| चीनी | पचहत्तर ग्राम |
| केले | दो |
विधि
सूजी को घी के साथ भूनें। केलों को सूजी के साथ मिश्रण करें और दही व चीनी मिला दें। इसे दो तीन घंटे तक छोड़ दें। कपड़ा का एक पाइपिंग बैग तैयार करें। बैग के नीचे आधा इंच के व्यास का एक छेद बनाये। कड़ाई में वसा गरम करें बैग के माध्यम से सूजी मिश्रण डालें, जिस तरह से जलेबी तैयार की जाती है और जब तक भूनें जब तक उसका रंग हल्का भूरा जाता है। किसी भी समय गर्म या ठंडा करके स्वाद लें।
झिन्गोरे की खीर
इसे दूध, चीनी और झांगोरा के साथ तैयार किया जाता है।
| सामग्री | मात्रा |
|---|---|
| झिगोरा | पांच सौ ग्राम |
| चीनी | दो सौ ग्राम |
| ढूध | दो लीटर |
| काजू | 50 ग्राम |
| किसमिस | 50 ग्राम |
| चिरोंजी | 100 ग्राम |
| केवरा | आवश्यता अनुसार |
विधि
सबसे पहले कड़ाई में दूध गरम करें इसमें झिंगोरा डाले और चीनी डाले फिर अच्छी तरह से पकाएं। मेवा (काजू, किशमिश, चिरोंजी) डालें और अच्छी तरह मिलाएं। अब यह खीर तैयार है।